Tuesday, December 07, 2010

अणसी बाई समाधि स्थल का मेला संपन्न

देसूरी,7 दिसम्बर। पाली जिले में देसूरी उपखंड के नाड़ोल कस्बें में स्थित मेघवाल समाज की आराध्य बाल तपस्विनी अणसी बाई के समाधि स्थल पर दो दिवसीय मेला मंगलवार को आस्था एवं श्रद्धा के साथ संपन्न हो गया। इससे पहले सोमवार रात्रि को मेले का शुभारंभ भजन संध्या के साथ हुआ।

भजन संध्या कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सूचना एवं जनसंपर्क राज्यमंत्री अशोक बैरवा ने कहा कि किसी भी समाज के उत्थान के लिए शिक्षा का अपना महत्व हैं। उन्होंने कि आज का दिन अणसी बाई के समाधि दिवस के साथ साथ डॉ.अम्बेड़कर का निर्वाण दिवस होने से ओर भी महत्वपूर्ण हो गया हैं। इन दोनों महापुरूषों ने समाज के हित के लिए जीवनपर्यंत कार्य किया।

कार्यक्रम में विषिष्ठ अतिथि के रूप में जिला प्रमुख खुशवीरसिंह,सोजत विधायक श्रीमती संजना आगरी,जिला परिषद सदस्य प्रमोदपाल सिंह मेघवाल,अम्बेडकर प्रगतिशील संस्थान के प्रदेशाध्यक्ष हरिनारायण बैरवा,पाली प्रधान श्रीमती शोभा सोलंकी,बाली प्रधान श्रीमती गुलाब राजपुरोहित,कांग्रेस नेता जयसिंह राजपुरोहित,पूर्व विधायक आत्माराम मेघवाल,गोपाराम मेघवाल,उप निदेशक माध्यमिक शिक्षा नरींगराम मेघवाल,जिला शिक्षा अधिकारी पुखराज सोलंकी,समाजसेवी कालूराम सोनल,जोराराम मेहरड़ा,विकास अधिकारी घीसाराम बामनियां,सरपंच मनीषा मेघवाल सहित कई जन प्रतिनिधि एवं समाजसेवी मौजूद थे। जिनका पुजारी हरजीराम एवं आयोजक बाल तपस्विनी श्री अणसीबाई संस्थान के अध्यक्ष रूपाराम धणदै,कार्यक्रम संयोजक कन्हैयालाल परिहार,महासचिव डॉ.पी.सी.दीपन,कोषाध्यक्ष धनाराम परिहार,सचिव बस्तीमल सोनल,सदस्य बुद्धाराम परिहार,कपूराराम बाफना,तुलसीराम घेनड़ी,नारायणलाल हटेला इत्यादि ने माला,साफा एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया।

इधर,भजन संध्या भोर होने तक अविरल चलती रही। गायक प्रेमाराम जाट ने अणसीबाई की कथा एवं भजन से मौजूद दर्शकों को भाव विभोर कर दिया। भीलवाडा से आए राधेश्याम भाट व साथी कलाकारों ने रात भर एक से बढ़ कर एक मनमोहक प्रस्तुतियां दी।

दूसरे दिन मंगलवार को मंदिर के ध्वजारोहण के साथ मुख्य मेले का शुभारंभ हुआ। मेले में बड़ी संख्या में हाथ ठेले,हाट बाजार व झूले सजे हुए थे। मेलार्थियों की तादाद से सड़क मार्ग पर लगे इस मेले से यातायात भी अवरूद्ध रहा। वाहनों को गुजराने के लिए पुलिस को बार-बार मशक्कत करनी पड़ी। रात्रि व सवेरे शीत लहर से ठिठूरे लोग जगह-जगह अलाव तापते रहे। नाड़ोल कस्बे सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के लोग देर अलसवेरे पहूंचने लगे। लोग आते ही समाधि स्थल पर पहॅूंचते और वहां प्रतिमा के दर्शन एवं पूजा-अर्चना कर मेले में शामिल हो जाते। समाधि स्थल पर अणसीबाई के पुजारी एवं भतीजे हरजीराम व उनके सहयोगी श्रद्धालुओं का चढ़ावा चढ़ाने में मदद करते रहें। मेले में लोग साल भर बाद मिल कर एकदूसरे के हालचाल जानने में मशगुल देखे गए। मेला सांय तक चलता रहा।

Saturday, November 27, 2010

मेघवाल ने उठाया फसलों के खराबे का मुद्दा

देसूरी,,25 नवम्बर। पंचायत समिति की बैठक में जिला परिषद सदस्य प्रमोदपालसिंह मेघवाल ने प्रस्ताव रखा कि क्षेत्र में हुई बरसात के कारण किसानों को भारी नुकसान हुआ है, जिसके कारण उनकी आर्थिक स्थिति और खराब हो गई है। किसानों के नुकसान का मुआवजा मिले, इसको लेकर राज्य सरकार एवं कृषि विभाग को प्रस्ताव भेजे जाएं।

बैठक में गुरुवार को प्रधान बुद्ध कंवर की अध्यक्षता में पंचायत समिति सभाभवन में हुई। बैठक में समिति के पास स्थित ऊन विभाग के खाली पड़े परिसर को पुन: पंचायत समिति को सांैपने पर कलेक्टर को प्रस्ताव भेजा गया। पंचायत समिति सदस्य ढगलदास ने प्रस्ताव रखा कि गेहूं का प्रमाणित बीज ग्राम पंचायत पर उपलब्ध कराया जाए। गजेंद्रसिंह राजावत ने प्रस्ताव रखा कि गेहंू के प्रमाणित बीजों की दुकान पर अनुदानित दर का सूचना बोर्ड लगाया जाए। सांसरी सरपंच पुनाराम देवासी ने सदन को बताया कि कनेक्शन की फाइलें जमा किए माह गुजर गए लेकिन निगम द्वारा अभी तक कनेक्शन आदेश जारी नहीं किए गए हंै। आना सरपंच फुलीदेवी चौधरी ने पंचायत क्षेत्र में बिजली के ढीले तार खिंचवाने, देसूरी सरपंच ने क्षतिग्रस्त खम्ंभों को हटाने व पंचायत समिति सदस्य राजेंद्र सोनी ने गुड़ा देवड़ान में बीपीएल परिवारों का राजीव गांधी विद्युतिकरण योजना से नहीं जोडऩे का मुद्दा उठाया। पंचायत समिति सदस्य गजेंद्र सिंह ने प्रस्ताव रखा कि गुड़ा सुथारन में आबादी भूमि पर अतिक्रमण कर उस अवैध शराब की दुकान को हटाने के लिए आबकारी विभाग को लिखा जाए। सिंदरली सरंपच महेंद्रसिंह ने बताया कि पंचायत के गुड़ा मांगलियान सड़क का कार्य पिछले वर्षों से अपूर्ण पड़ा है। इसके लिए संबंधित विभाग को पाबंद करने की उन्होंने मांग की। इस दौरान देसूरी बीडीओ घीसाराम बामणिया ने नरेगा कार्य 2011—-2012 तक का वार्षिक प्लान सदन में रखा, जिसका सभी सदस्यों ने अनुमोदन किया। जिला परिषद सदस्य खीमाराम चौधरी ने कहा कि प्रशासन गांवों के संग शिविरों में मूल निवास एवं जाति प्रमाण पत्रों पर ध्यान नहीं देकर ग्रामीणों की जटिल समस्याओं का समाधान किया जाए। बैठक में विद्यालयों में रिक्त पड़े शिक्षकों के पद भरने का प्रस्ताव रखा। इस अवसर पर देसूरी नायब तहसीलदार सुभाष गुप्ता, देसूरी ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश राठौड़, जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता प्रतापसिंह चावड़ा, देसूरी पशु चिकित्सा अधिकारी, ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी, देसूरी विद्युत निगम सहायक अभियंता सहित जनप्रतिनिधि व अधिकारी उपस्थित थे।

सौ प्रतिशत हुई फसलें खराब: नायब तहसीलदार

देसूरी. पंचायत समिति की साधारण सभा में उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने बेमौसमी बरसात से हुई किसानों की फसलें खराब होने का मुद्दा उठाया, तो बैठक मेें उपस्थित देसूरी नायब तहसीलदार सुभाष गुप्ता ने जनप्रतिनिधियों को बताया कि बकाया बरसात से क्षेत्र में सौ प्रतिशत फसलें खराब हो गई हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति और भी खराब हो गई है। किसानों को इस बरसात से हुए नुकसान का मुआवजा मिल सके, इसको लेकर खराब हुई फसलों की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है, जिससे किसानों को कुछ राहत मिल सके।

Wednesday, November 10, 2010

देसूरी में भूकंप के झटके

देसूरी,10 नवम्बर। कस्बे में बुधवार प्रातः भूकम्प के तेज झटके महसूस किए गए। इस दौरान नींद मे सोए लोग हड़बड़ा गए और घरों के बाहर आ गए।
कस्बे में प्रातः 4.15 बजे भूकम्प की तेज गड़गड़ाहट सुनाई दी। हांलाकि इस दौरान उथलपुथल नहीं हुई। लेकिन लोग बाग बुरी तरह से घबरा गए और अपने परिजनों के लेकर घर की बाहर की तरफ दौड़े और एक-दूसरे को चिखते हुए आवाज देने लगे। इसी के साथ जगे हुए लोग भूकम्प की त्रिवता की चर्चा में जुट गए। लोगों का मानना हैं कि इतने तेज झटके इससे पहले महसूस नहीं किए गए।
इसी तरह के झटके नारलाई,घाणेराव,सादड़ी,लांपी,सुमेर,गांथी,बागोल,मगरतलाव,नया गांव,कोट सोलंकियान,पनोता,गुड़ा दुर्जन,गुड़ा गोपीनाथ और इनके आसपास के इलाके में आने के समाचार मिले हैं। जानमाल की क्षति के कोई समाचार नहीं हैं।

Sunday, October 31, 2010

परिहार हलधर रत्न पुरस्कार से सम्मानित


देसूरी,31 अक्टूबर। दूरदर्शन केन्द्र जयपुर के प्रोड्यूसर वीरेन्द्र परिहार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कृषि एवं ग्रामीण पत्रकारिता क्षेत्र में प्रतिष्ठित हलधर रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया है। परिहार पाली निवासी हैं।
जयपुर के पिकंसिटी प्रेस कल्ब में आयोजित हुए हलधर टाइम्स समाचार पत्र के पांचवे वर्षगांठ समारोह में आयोजित समारोह में परिहार को सैकडों किसानों सहित नामचीन वरिष्ठ पत्राकारों की मौजूदगी में इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विशिष्ठ अतिथि के रूप में पूर्व कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी भी मौजूद थे।
परिहार गत पांच वर्षोसे दूरदर्शन जयपुर के ग्रामीण और कृषि कार्यक्रमों के प्रोड्यूसर के रूप मेें कार्यरत हैं। परिहार की कई डॉक्यूमेन्ट्री को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान और लोकप्रियता हासिल हो चुकी हैं। इसके अतिरिक्त वे ग्रामीण और कृषि से जुड़े विषयों पर स्वतंत्र लेखन और पत्रकारिता भी कर रहे हैं। इस वर्ष फरवरी में परिहार को ग्रामीण लेखन और राजस्थान की हिन्दी पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए राज्यपाल और मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जवाहरलाल दरड़ा लोकमत ग्रामीण पत्रकारिता पुरस्कार से सम्मानित भी कर चुके है।

Monday, June 21, 2010

एनीकट में पानी की बजाए रेत

गिरते जलस्तर को रोकने के लिए हर वर्ष सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत जगह- जगह बनवाए गए एनीकट में पानी की बजाए रेत भरी है। सरकारी खजाने के लाखों रुपए रेत में दफन होते नजर आ रहे हैं। घाणेराव क्षेत्र के कई एनीकट ऐसे हैं जो बिना पानी के भर गए हैं यानी उनमें इतनी मात्रा में रेत और मलबा भर चुका है कि बरसात का पानी आया भी तो वह रुक नहीं पाएगा। सरकार द्वारा बरसात के पानी को एकत्र करने के लिए बनाए गए एनीकट पर ध्यान नहीं देने से उनमें रेत और मलबा एकत्र होता रहा और अब स्थिति यह आ चुकी है कि पानी रुकने के लिए तो थोड़ी सी जगह बची है। ज्यादा पानी आने पर बहकर आगे निकल जाएगा। पिछले कई वर्षों से लगातार अकाल पडऩे से कुओं का जलस्तर गिरने के कारण वे सूख गए। कुओं में पानी नहीं होने से किसान खेती के लिए पूरी तरह से बरसात पर निर्भर हो गए हैं। गिरते जलस्तर को रोकने व बरसाती पानी का संरक्षण करने के लिए सरकार ने महानरेगा एवं जलग्रहण योजना के तहत हर वर्ष करोड़ों रुपए खर्च कर एनीकट का निर्माण करवाया। गत वर्ष मुख्य नदी पर भीम कुंड एनीकट का निर्माण करीब दस लाख रुपए की लागत से किया गया। रेत भर जाने के कारण यह एनीकट रेत में दफन हो गया है। इसके अलावा जलग्रहण क्षेत्र में कई एनीकट का निर्माण करवाया गया, मगर उनका मलबा एनीकट में ही पड़ा है। ऐसे में इनमें बरसात का पानी भरने की कोई गुंजाइश नहीं है। इस ओर विभागीय अधिकारियों ने भी कोई गंभीरता नहीं दिखाई है।

Thursday, June 03, 2010

पुलिस व ग्रामीणों के बीच झडप, मकान जलाया

देसूरी, 3 जून। थानान्तर्गत नारलाई कस्बे में पिछले सप्ताह अवैध संबध के चलते हुए हत्याकांड में पुलिस की कार्यवाही से उग्र ग्रामीणों की पुलिस के साथ झड़प हो गई और आरोपी महिला का घर फूंक ड़ाला। ग्रामीणों के साथ हुई झड़प में कई पुलिसकर्मी जख्मी हो गए।
कस्बे में 26 मई को अधेड़ गणेशाराम सरगरा की एक सूने मकान में हत्या कर दी गई थी। पुलिस जांच में हत्याकांड अवैध सबंध के चलते एक किशोर द्वारा होनी पायी गई। बताया गया कि नारलाई निवासी विवाहिता ब्रजेश कवंर के इस किशोर के साथ नाजायाज रिश्ते थे और गणेशराम ने उन्हें संदेहास्पद स्थिति में देख लिया था। तभी से उसे रास्ते से हटाने के लिए विवाहिता व किशोर सोच रहे थे और एक दिन मौका पाकर हत्याकांड को अंजाम दे दिया।
इस मामले में पुलिस ने आरोपी किशोर व विवाहिता को गिरफ्तार कर लिार। लेकिन ग्रामीण पुलिस कार्यवाही से संतुष्ठ नही हुए। इसी के चलते ग्रामीणों में पुलिस के खिलाफ माहौल बनता गया और गुरूवार को प्रात: ग्रामीणों द्वारा श्रीतपेश्वर महादेव मंदिर में करीब हजारों की तादाद ग्रामीणों ने एक बैठक का आयोजन कर जांच अधिकारी पर सवालिया निशान लगा हिदया। इसी के साथ ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया।
उग्र ग्रामीणों ने नारलाई के मुख्य बस स्टाप पर आकर सड़क मार्ग को लोगों ने लकडियों व टायर को फूंक कर अवरूद्ध कर दिया। उोजित ग्रामीण पुलिस के खिलाफ नारे बाजी करते रहे। स्थिति बिगड़ते देख देसूरी पुलिस, सादड़ी पुलिस व रानी पुलिस थाने से पुलिस बल नारलाई भेजे गए। पुलिस बल लोगों से समझाइश करने लगा। लेकिन ग्रामीण पुलिस जांच का उग्र विरोध करते रहे। इसी दौरान कु छ पुलिस कर्मियों द्वारा लोगों पर लाठी चार्ज कर दिया। जिस पर एकाएक ग्रामीण भडक उठे और पत्थरों से पुलिस पर हमला बोल दिया। जिसमें कई पुलिस कर्मी एवं ग्रामीण भी घायल हुए लेकिन ग्रामीण इतने से ही शांत नही हुए। इसी माहौल के साथ मुख्य बस स्टाप पर आरोपी महिला ब्रजेश कंवर के मकान में लोगों ने आग के हवाले कर दिया। इसके आधा घन्टे बाद भारी पुलिस बल नारलाई पहुंच कर लोगों को मुख्य बस स्टाप से खदेड दिया। बाद में पुलिस बल ग्राम भर में सायरन एवं लाउडस्पीकर की आवाज के साथ गश्त करती रही।

Wednesday, June 02, 2010

तापघात से 28 चमगादड़े मरी

देसूरी,2 जून। इन दिनों देसूरी क्षेत्र में गर्मी वन्य जीवों पर कहर बरपा रही हैं। घाणेराव-देसूरी के बीच दूदापुरा ग्राम पंचायत की सरहद में स्थित काणा पीर दरगाह पर दो दर्जन से अधिक चमगादड़े काल कवलित हो गई हैं। कुभंलगढ़ वन्य जीव अभ्यारण्य से सटे इलाकों में जहां तहां वन्य जीवों के प्राकृतिक आवास हैं। इनमें से काणा पीर दरगाह चमगादड़ों के एक बड़े ठिकाने के रूप में जाना जाता हैं। यहां दरगाह पर विशाल बरगद पर हजारों चमगादड़े अपने पंजों के सहारे उल्टी लटकी मिल जाएगी। पूरा दिन इनकी आवाज से यह शांत और पवित्र स्थल गूंजता रहता हैं। हर रोज दरगाह पर सजदा करने वाले मोमिनों का ध्यान खिंचने वाली इन चमगादड़ों में से कुल 28 पिछली 27मई को जमीन पर मृत पड़ी थी। गर्मी सह न पाने से इन से खून भी रिसा। जमीन पर औंधे मुंह पड़ी इन चमगादड़ों के खून के छिंटे भी दिखाई दिए। माना जा रहा हैं कि इन चमगादड़ों की मृत्यु तापघात के चलते हुई हैं। कभी घनी छाया देने वाला बरगद पर पत्तों की कमी आने से सूर्य की तिक्ष्ण किरणों ने इन चमगादड़ों का अकाल मौत मार दिया। प्राय: रात को उडऩे वाले यह स्तनधारी प्राणी क्षेत्र की जैव विविधता का प्रमुख हिस्सा हैं। प्रतिध्वनि से स्थिति निर्धारण करने वाले एवं भोजन ढूंढने व दिन भर छायादार व अंधेरी गुफाओं में उल्टे पांव लटके रहने वाले इस जीव के क्षेत्र में लांपी बस स्टेंड व सेलीनाल बांध नर्सरी पर भी बड़े ठिकाने हैं। लेकिन अभी तक वहां चमगादड़ों को किसी खतरे की कोई इत्तला नही हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि पारा 42-43 डिग्री पार होने पर चमगादड़ृों पर तापघात का असर होने लगता हैं। पिछले दिनों उदयपुर जिले की झाड़ोल पंचायत समिति के सोम ग्राम में ड़ाकबंगले व दरांगी फला तालाब पर दस हजार से अधिक चमगादड़ों के तापघात से मरने की खबर हैं। तापमान इसी तरह कायम रहा तो देसूरी क्षेत्र में चमगादड़ों के मरने की ओर घटनाएं भी सामने आ सकती हैं।

सड़क पाटने के कार्य में देरी पर नाराज हुए जिला प्रमुख

देसूरी,2 जून। जिला प्रमुख खुशवीरसिंह ने नाड़ोल-देसूरी सड़क को चौड़ा करने के लिए नरेगा के तहत किए गए खुदाई कार्य के बाद उसे पाटने में लेटलतीफी पर नाराजगी व्यक्त की हैं। उन्होंने कहा कि अगर निर्माण सामग्री की उपलब्धता नही थी तो खुदाई कार्य शुरू ही नही करवाया जाना चाहिए था। जिला प्रमुख मंगलवार रात क्षेत्रीय जिला परिषद सदस्य प्रमोदपाल सिंह मेघवाल के साथ देसूरी क्षेत्र के दौरे पर थे। नाड़ोल-देसूरी सड़क मार्ग से गुजरते वक्त जनप्रतिनिधियों ने सड़क के किनारे-किनारे सत्रह किलोमीटर तक हुई खुदाई को डेढ़ माह बाद भी न पाटने का मामला उनके ध्यान में लाया। उन्हें बताया गया कि इस वजह से एक मिनी ट्रक दुर्घटना में एक जने की मौत होने व अन्य दुर्घटनाओं में अब तक कई जने घायल हो चुके हैं। इस पर जिला प्रमुख ने अफसोस प्रकट किया और कहा कि वक्त पर सड़क के किनारे पाट लिए जाते तो ये दुर्घटनाओं के सबब न बनते। उन्होंने कहा कि इन दुर्घटनाओं के लिए प्रशासन को जिम्मेदारी अपने सिर पर लेनी चाहिए। बाद में उन्होंने मोबाईल पर एसडीएम से भी बात की और उन्हें सड़क किनारे हुई खुदाई शीघ्रतापूवक पाटने के निर्देश दिए। एसडीएम ने उन्हें बताया कि निर्माण सामग्री उपलब्ध न होने से खुदाई पाटी न जा सकी हैं।

Friday, May 07, 2010

जनसंपर्क मंत्री बैरवा का कांग्रेसजनो ने स्वागत किया


देसूरी,7 मई। सूचना एवं जनसंपर्क,राज्य बीमा,निर्वाचन,यातायात,संस्कृत शिक्षा,भाषायी अल्पसंख्यक एवं देवस्थान राज्य मंत्री अशोक बैरवा का कस्बे से गुजरने के दौरान कांग्रेसजनो ने जोरदार स्वागत किया। बैरवा गुरूवार रात साढ़े आठ बजे जालोर से जोजावर की ओर जा रहे थे। ब्लॉक वरिष्ठ उपाध्यक्ष मिसरू खां पठान की अगुवाई में राज्य मंत्री बैरवा का जिला परिषद सदस्य प्रमोदपाल सिंह मेघवाल,जिला संयुक्त सचिव नेनाराम प्रजापत,सरपंच एवं नगर कांग्रेस अध्यक्ष मोतीलाल चौधरी,नगर उपाध्यक्ष लक्षमण मेघवाल,नगर युवक कांग्रेस अध्यक्ष आबिद मोहम्मद,ब्लॉक महामंत्री अली हूसैन शेख,ब्लॉक कांग्रेस सचिव भंवरसिंह राजपुरोहित,सुरेश मेवाड़ा,नवाब खां पठान,दौलाराम मेघवाल,सुरेश मोटा,खेत मजदूर एवं किसान कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष यासिन मोहम्मद,ग्राम विकास नवयुवक मंडल के प्रदीपसिंह,राजस्थान शिक्षक संघ के जिला उप सभापति अल्लारक खां पठान,कार्यकर्ता अमृत सैन,केसाराम मेघवाल,किकाराम,कलाराम,मोहन घांची,मांगूसिंह,प्रकाश रैगर सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजनो ने मालाएं पहना कर स्वागत किया। इस दौरान जिला परिषद सदस्य प्रमोदपाल सिंह मेघवाल ने बैरवा से जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी के रिक्त पद को भरने व बाली में सहायक जनसंपर्क अधिकारी का पद पुन: सृजित करने की मांग की। इसी के साथ ब्लॉक उपाध्यक्ष मिसरू खां पठान ने बैरवा से एपीएल परिवारों को राशन का पर्याप्त अनाज उपलब्ध कराने की मांग रखी। उन्होंने देसूरी अस्पताल में चिकित्सकों के रिक्त पद भरने व देसूरी नाल में दुर्घटनाओं को देखते हुए एम्बुलेंस 108 सेवा वाहन उपलब्ध कराने की मांग की। इस दौरान अपने स्वागत से अभिभूत राज्य मंत्री ने गौर से अभाव अभियोग सुने और उनके निराकरण का आश्वासन दिया।

Wednesday, March 10, 2010

विद्यार्थी परिश्रम का मार्ग अपनाए-प्रमोदपाल

देसूरी 10 मार्च। जिला परिषद सदस्य प्रमोदपाल सिंह मेघवाल ने कहा कि विद्यार्थी परिश्रम का मार्ग अपना कर श्रेष्ठ जीवन की ओर अग्रसर हो।
मेघवाल बुधवार को देसूरी कस्बे के रा.उ.मा.वि. में आयोजित बारहवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के विदाई समारोह में अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि परीक्षा उत्र्तीण होने के लिए अनुचित साधनों को अपनाने की बजाय अभी से अध्ययन में जुट जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बोर्ड परीक्षाएं विद्यार्थियों के जीवन की दिशाएं निर्धारित करेगी।
समारोह में सरपंच मोतीलाल चौधरी ने छात्र-छात्राओं से आह्वान कहा कि बोर्ड परीक्षा में अच्छा परिणाम प्राप्त कर विद्यालय और कस्बे का नाम रोशन करे। प्रधानाचार्य बस्तीमल भाटी ने कहा कि विद्यार्थियों से कड़ी मेहनत कर परीक्षा देने व आगे बढऩे की प्रेरणा दी। समारोह को उपसरपंच अशोक पुरी गोस्वामी,व्याख्याता ताराचंद बावल,भवानीसिंह राठौड़,नारायणसिंह कुम्पावत व हितेश रामावत ने संबोधित कर विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना की।