देसूरी, 3 जून। थानान्तर्गत नारलाई कस्बे में पिछले सप्ताह अवैध संबध के चलते हुए हत्याकांड में पुलिस की कार्यवाही से उग्र ग्रामीणों की पुलिस के साथ झड़प हो गई और आरोपी महिला का घर फूंक ड़ाला। ग्रामीणों के साथ हुई झड़प में कई पुलिसकर्मी जख्मी हो गए।
कस्बे में 26 मई को अधेड़ गणेशाराम सरगरा की एक सूने मकान में हत्या कर दी गई थी। पुलिस जांच में हत्याकांड अवैध सबंध के चलते एक किशोर द्वारा होनी पायी गई। बताया गया कि नारलाई निवासी विवाहिता ब्रजेश कवंर के इस किशोर के साथ नाजायाज रिश्ते थे और गणेशराम ने उन्हें संदेहास्पद स्थिति में देख लिया था। तभी से उसे रास्ते से हटाने के लिए विवाहिता व किशोर सोच रहे थे और एक दिन मौका पाकर हत्याकांड को अंजाम दे दिया।
इस मामले में पुलिस ने आरोपी किशोर व विवाहिता को गिरफ्तार कर लिार। लेकिन ग्रामीण पुलिस कार्यवाही से संतुष्ठ नही हुए। इसी के चलते ग्रामीणों में पुलिस के खिलाफ माहौल बनता गया और गुरूवार को प्रात: ग्रामीणों द्वारा श्रीतपेश्वर महादेव मंदिर में करीब हजारों की तादाद ग्रामीणों ने एक बैठक का आयोजन कर जांच अधिकारी पर सवालिया निशान लगा हिदया। इसी के साथ ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया।
उग्र ग्रामीणों ने नारलाई के मुख्य बस स्टाप पर आकर सड़क मार्ग को लोगों ने लकडियों व टायर को फूंक कर अवरूद्ध कर दिया। उोजित ग्रामीण पुलिस के खिलाफ नारे बाजी करते रहे। स्थिति बिगड़ते देख देसूरी पुलिस, सादड़ी पुलिस व रानी पुलिस थाने से पुलिस बल नारलाई भेजे गए। पुलिस बल लोगों से समझाइश करने लगा। लेकिन ग्रामीण पुलिस जांच का उग्र विरोध करते रहे। इसी दौरान कु छ पुलिस कर्मियों द्वारा लोगों पर लाठी चार्ज कर दिया। जिस पर एकाएक ग्रामीण भडक उठे और पत्थरों से पुलिस पर हमला बोल दिया। जिसमें कई पुलिस कर्मी एवं ग्रामीण भी घायल हुए लेकिन ग्रामीण इतने से ही शांत नही हुए। इसी माहौल के साथ मुख्य बस स्टाप पर आरोपी महिला ब्रजेश कंवर के मकान में लोगों ने आग के हवाले कर दिया। इसके आधा घन्टे बाद भारी पुलिस बल नारलाई पहुंच कर लोगों को मुख्य बस स्टाप से खदेड दिया। बाद में पुलिस बल ग्राम भर में सायरन एवं लाउडस्पीकर की आवाज के साथ गश्त करती रही।