देसूरी,10 मई। देसूरी नाल में सोमवार सांय को एक बार फिर हुई दुर्घटना में आठ जने हताहत हो गए। जिन्हें उपचार के लिए देसूरी के सरकारी अस्पताल लाया गया। दो जनों को पाली रेफर कर दिया गया हैं। इससे पहले शनिवार को हुई दुर्घटना में आठ जने घायल हो गए थे।
चारभुजा पुलिस व देसूरी अस्पताल सूत्रों के अनुसार राजसमंद जिले के उसावर ग्राम में आयोजित प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में गु्रप के साथ मजदूरी करने गए हुए थे। ये लोग टाटा 207 वाहन में सवार होकर पुन: देसूरी की तरफ लौट रहे थे। वाहन में सवार लोगों के अनुसार सांय लगभग छह बजे राजसमंद जिले के चारभुजा थाना हलके में पंजाब मोड़ से पहले इस टाटा वाहन ने अपने से आगे जा रहे अन्य वाहन को ओवरटेक करने की कोशीश की। इसी के साथ टाटा वाहन अनियंत्रित हो गया और चालक द्वारा काबू करने की कोशीश में सड़क किनारे चट्टान से टकराने के साथ ही रगड़ खा गया।
पिछे आ रहे समाजसेवी नेनाराम प्रजापत,कांतिलाल हिरागर व उनके साथियों ने अपने वाहनों से घायलों को तुरंत देसूरी अस्पताल पहूँचाया और पुलिस-प्रशासन को इत्तला दी। देसूरी अस्पताल में घायल रेबारियों का झूंपा परशुराम बगेची सादड़ी निवासी श्रीमती वरजू पत्नी गणेशजी रंगास्वामी उम्र 60 वर्ष व इसके पौत्र शांतिलाल पुत्र बाबूलाल रंगास्वामी उम्र 22 वर्ष को पाली रेफर किया गया। जबकि जाटो का गुड़ा निवासी चोट ग्रस्त गणपतलाल पुत्र दुदाराम माली उम्र 12 साल,रूपाराम पुत्र भैराजी जाट उम्र 14 वर्ष,घाणेराव निवासी केसरसिंह पुत्र लालसिंह रावत उम्र 50 वर्ष, घायल रेबारियों का झूंपा परशुराम बगेची सादड़ी निवासी श्रीमती नीरू पत्नी मीठालाल रंगास्वामी उम्र 18 वर्ष,देसूरी निवासी जगदीश पुत्र मोहनलाल मेघवाल उम्र 15 वर्ष का प्राथमिक उपचार किया गया। चिकित्सक डॉ. फारूक राठेड़ व डॉ. भरत गोमतीवाल ने बताया कि घायलों का स्थानीय अस्पताल में ही एकसरे करवाया गया। इसी के साथ सादड़ी अस्पताल से एम्बुलेंस मंगवाकर पाली रेफर किया गया।
घटना की इत्तला मिलते ही चारभुजा थानाधिकारी भैरूसिंह अस्पताल पहूँचे और मौका मुवायना कर जांच कार्यवाहीं शुरू की। मौके पर टाटा वाहन पड़ा मिला। जबकि चालक भाग गया। यहां अस्पताल व घटनास्थल पर कुभंलगढ़ उपखंड अधिकारी हिम्मतसिंह बारहठ,देसूरी उपखंड अधिकारी मांगूसिंह चौहान,तहसीलदार हिम्मताराम मेहरा,देसूरी थानाधिकारी नरेन्द्रसिंह शेखावत व उपनिरीक्षक भंवरलाल चौधरी पहूँचे और घायलों की कुशलक्षेम पुछी। दुर्घटना की खबर फैलते ही अस्पताल में कस्बेवासियों का हुजूम इकठ्ठा हो गया और अस्पताल स्टाफ् के साथ घायलों की मदद की।