देसूरी,24 मई। देसूरी नाल में रविवार दोपहर को दुपहिए से गिरने से दुपहिया चालक युवक की मौत हो गई। मृतक अपने चचेरे भाई के साथ भीलवाड़ा से माउंट आबू पर मजदूरी के लिए जा रहा था। वह अपने मां-बाप का इकलौता सहारा था।
देसूरी पुलिस के अनुसार भीलवाड़ा जिले के शिवपुर ग्राम के बलियाली की कुड़ी निवासी कानाराम पुत्र चतराराम मेघवाल उम्र 30 वर्ष अपनी यामाहा मोटर साईकिल नं. आर जे 24 2 एम 9326 पर पिछे अपने ताऊ के बेटे अर्जुनलाल पुत्र रामलाल मेघवाल उम्र 20 को सवार कर माउंट आबू के लिए रवाना हुआ। ये दोनो दोपहर एक बजे वाया गोमती चौराहा से चारभुजा होकर देसूरी नाल के रास्ते से आगे बढ़ रहे थे। तभी पाली जिले के देसूरी थाने की सरहद में पहूंचने के एक कि.मी. बाद इनका दुपहिया सड़क किनारे एक पत्थर से टकराकर असंतुलित हो गया और वहीं गिर पड़ा। दोनो सवार सड़क किनारे खाई में गिर गए। दुर्घटना में दुपहिया चालक का हेलमेट भी बिखर गया। इस दुर्घटना में पिछे सवार अर्जुनलाल भी चोटिल हो गया।
इस दुर्घटना की इत्तला मिलने पर चारभुजा पुलिस ने एक जैन समाजसेवी संस्था की एंबूलेंस से दोनो को देसूरी के राजकीय चिकित्सालय पहूूँचाया गया। जहां दुपहिया चालक कानाराम की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। सहायक पुलिस निरिक्षक बन्नेसिंह व कांस्टेबल महेन्द्रप्रताप सिंह ने अस्पताल व घटनास्थल पर पहूँचकर जांच कार्यवाहीं शुरू की।
सांय चार बजे मृतक के परिजन व रिश्तेदार पहूंचे। तत्पश्चात मोर्चरी में रखे शव का डॉ. राजेश राठौड़ ने पुलिस की मौजूदगी में पोस्टमार्टम किया। बाद में सांय पौने सात बजे परिजन का शव लेकर अपने गांव रवाना हो गए।
इधर,दुर्घटना का समाचार मिलते ही सिकंदर खां पठान,जाकिर हूसैन,मोतीलाल कांगरेचा,घनश्यामसिंह,अशोक,गोविंद,श्रवणपुरी गोस्वामी,फिरोज,बगदाराम,छगनलाल मीणा,हिरालाल घांची,अल्लारक खां पठान सहित कई समाजसेवी लोगों ने अस्पताल पहूँचकर मदद की। तहसीलदार हिम्मताराम मेहरा के निर्देश पर अस्पताल पहूंचे पटवारी विनोद कुमार ने सहायता राशी के लिए रिर्पोट तैयार की।
नहीं रहा वारिस-मृतक के परिजनों ने बताया कि मृतक कानाराम के भाई की भी इससे पूर्व असामायिक मृत्यु हो चुकी हैं। जिसके बाद चलने-फिरने में असमर्थ मां-बाप का कानाराम ही सहारा था। मृतक की दूसरी पत्नी हैं। जिससे एक बेटी पैदा हुई। जो अभी महज सोलह साल की ही हैं।