गोडवाड़ महोत्सव के तीसरा दिन
पाली, 12 अप्रेल। पर्यटन विभाग ,जिला प्रशासन एवं गोडवाड़ महोत्सव समिति के संयुक्त तत्वावधान में गोडवाड़ महोत्सव के तृतीय दिन गुरूवार को सारंगवास स्थित श्री सोनाणा खेतलाजी में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का क्षेत्रीय निवासियों, पर्यटकों और श्रद्धालुओं ने खूब आनन्द उठाया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम से पूर्व सारंगवास नदी में घुड़दौड़ व झांसी की रानी दौड़ प्रतियोगिता आयोजित की गई। उसके बाद सायं पर्यटन विभाग के रंगमंच पर राजस्थानी लोक संगीत सन्ध्या का कार्यक्रम शुभारम्भ हुआ। इस कार्यक्रम में अन्तर्राष्ट्रीय लोक कलाकारों ने गोडवाड़ की धरा को लोक सांस्कृति के रंग में रंग दिया। कार्यक्रम का देशी विदेशी पर्यटकों सहित यहां आये हजारों श्रद्धालुओं ने लुत्फ उठाया।
समारोह के दौरान आयोजित लोक संगीत सध्या के कार्यक्रम में लोक गीतों के साथ लोक नृत्यों की प्रस्तुति ने समा बांध दिया। कार्यक्रम का शुभारम्भ उदयपुर के राजेन्द्र परिहार की शहनाई वादन की प्रस्तुति के साथ हुआ। इसके बाद पादरला लीला देवी एण्ड पार्टी ने म्हारो हेलो सुनो जी रामापीर भजन के साथ तेरहताली नृत्य प्रस्तुत किया। इसके बाद उड़ीसा के पुरूषोतम मुनी एण्ड पार्टी ने शंखनृत्य व टाईगर, हिरणाकश्यप वध के कई नृत्य शंख वादन के साथ प्रस्तुत किया। अलवर के बन्नेसिंह एण्ड पार्टी ने पांच रिमों को शरीर के विभिन्न अंगो पर घुमा-घुमा कर कई नयनाभिराम नृत्य किया। बाड़मेर के हास्य कलाकार पुस्कर प्रदीप ने एक बार आवो नी जवाई जी पावणा ने नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। पटियाला के गुरदर्शनसिंह एण्ड पार्टी ने लगदे मीठे बोल पर भंगड़ा नृत्य व जिदवा नृत्य प्रस्तुत किया। अलवर के ख्यात वादक उमर फारूख ने ताल सुर के साथ भगंव वादन प्रस्तुत किया, जोधपुर के पारसनाथ एण्ड पार्टी ने काजल टिकी के मारे छोरी म्हारी मरमत ज्याज्यो रे कालबेलिया नृत्य प्रस्तुत किया। छतीसगढ़ के सुखदेव बंजारा एण्ड पार्टी ने गुरू घासी देव की स्मृति में यह माटी की काया यह माटी का चौला बतादे मौला पन्थी ग्रुप का नृत्य प्रस्तुत किया। भरतपुर के नारायणसिंह एण्ड पार्टी डीग ने मै केसे खेलू होली सावरिया फूलों की होली व मयूर नृत्य प्रस्तुत किया जिसका सभी ने खुब आनन्द उठाया। अन्त में आतिशबाजी के आकर्षक नजारों का सभी ने लुत्फ उठाया।
समारोह में जिला प्रमुख खुशवीरसिंह, पंचायत समिति देसूरी व रानी प्रधान क्रमशःबुद्ध कंवर व पाबूसिंह राणावत,सोनाणा खेतलाजी ट्रस्ट के अध्यक्षण गणपतसिंह नारलाई, निम्बेश्वर महादेव ट्रस्ट के अध्यक्ष जगतसिंह राणावत, उपखण्ड अधिकारी देसूरी व मारवाड जंक्शन क्रमशः सी.आर.देवासी व मोहनसिंह राजपुरोहित, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चिरंजीलाल मीणा, तहसीलदार गोकूलराम प्रजापत, पर्यटन विभाग के सहायक निदेशक विकास पण्डया, जोधपुर पाली पर्यटन अधिकारी पी.सी.गोड़,आना सरपंच फुली देवी चौधरी सहित कई अधिकारी, जन प्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक व श्रद्धालु उपस्थित थे।
पर्यटन विभाग एवं जिला प्रशासन के तत्वावधान में आयोजित गोडवाड़ महोत्सव कार्यक्रम के तहत गुरूवार को सोनाणा खेतलाजी के प्रांगण में घुड़ दौड़ का आयोजन हुआ।
सांस्कृतिक कार्यक्रम से पूर्व सारंगवास नदी में घुड़दौड़ व झांसी की रानी दौड़ प्रतियोगिता आयोजित की गई। उसके बाद सायं पर्यटन विभाग के रंगमंच पर राजस्थानी लोक संगीत सन्ध्या का कार्यक्रम शुभारम्भ हुआ। इस कार्यक्रम में अन्तर्राष्ट्रीय लोक कलाकारों ने गोडवाड़ की धरा को लोक सांस्कृति के रंग में रंग दिया। कार्यक्रम का देशी विदेशी पर्यटकों सहित यहां आये हजारों श्रद्धालुओं ने लुत्फ उठाया।
समारोह के दौरान आयोजित लोक संगीत सध्या के कार्यक्रम में लोक गीतों के साथ लोक नृत्यों की प्रस्तुति ने समा बांध दिया। कार्यक्रम का शुभारम्भ उदयपुर के राजेन्द्र परिहार की शहनाई वादन की प्रस्तुति के साथ हुआ। इसके बाद पादरला लीला देवी एण्ड पार्टी ने म्हारो हेलो सुनो जी रामापीर भजन के साथ तेरहताली नृत्य प्रस्तुत किया। इसके बाद उड़ीसा के पुरूषोतम मुनी एण्ड पार्टी ने शंखनृत्य व टाईगर, हिरणाकश्यप वध के कई नृत्य शंख वादन के साथ प्रस्तुत किया। अलवर के बन्नेसिंह एण्ड पार्टी ने पांच रिमों को शरीर के विभिन्न अंगो पर घुमा-घुमा कर कई नयनाभिराम नृत्य किया। बाड़मेर के हास्य कलाकार पुस्कर प्रदीप ने एक बार आवो नी जवाई जी पावणा ने नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। पटियाला के गुरदर्शनसिंह एण्ड पार्टी ने लगदे मीठे बोल पर भंगड़ा नृत्य व जिदवा नृत्य प्रस्तुत किया। अलवर के ख्यात वादक उमर फारूख ने ताल सुर के साथ भगंव वादन प्रस्तुत किया, जोधपुर के पारसनाथ एण्ड पार्टी ने काजल टिकी के मारे छोरी म्हारी मरमत ज्याज्यो रे कालबेलिया नृत्य प्रस्तुत किया। छतीसगढ़ के सुखदेव बंजारा एण्ड पार्टी ने गुरू घासी देव की स्मृति में यह माटी की काया यह माटी का चौला बतादे मौला पन्थी ग्रुप का नृत्य प्रस्तुत किया। भरतपुर के नारायणसिंह एण्ड पार्टी डीग ने मै केसे खेलू होली सावरिया फूलों की होली व मयूर नृत्य प्रस्तुत किया जिसका सभी ने खुब आनन्द उठाया। अन्त में आतिशबाजी के आकर्षक नजारों का सभी ने लुत्फ उठाया।
समारोह में जिला प्रमुख खुशवीरसिंह, पंचायत समिति देसूरी व रानी प्रधान क्रमशःबुद्ध कंवर व पाबूसिंह राणावत,सोनाणा खेतलाजी ट्रस्ट के अध्यक्षण गणपतसिंह नारलाई, निम्बेश्वर महादेव ट्रस्ट के अध्यक्ष जगतसिंह राणावत, उपखण्ड अधिकारी देसूरी व मारवाड जंक्शन क्रमशः सी.आर.देवासी व मोहनसिंह राजपुरोहित, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चिरंजीलाल मीणा, तहसीलदार गोकूलराम प्रजापत, पर्यटन विभाग के सहायक निदेशक विकास पण्डया, जोधपुर पाली पर्यटन अधिकारी पी.सी.गोड़,आना सरपंच फुली देवी चौधरी सहित कई अधिकारी, जन प्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक व श्रद्धालु उपस्थित थे।
पर्यटन विभाग एवं जिला प्रशासन के तत्वावधान में आयोजित गोडवाड़ महोत्सव कार्यक्रम के तहत गुरूवार को सोनाणा खेतलाजी के प्रांगण में घुड़ दौड़ का आयोजन हुआ।
काजल, मूमल , अभिमन्यु व शनि छाये
झांसी की रानी रेस में ईश्वरसिंह का घोड़ा काजल प्रथम, कियासुसिंह का घोड़ा मुमल द्वितीय व पुष्पेन्द्रसिंह का घोड़ा काजल, तृतीय रहा।
घुड़ दौड़ प्रतियोगिता में लम्बी रेस में दलपतसिंह का घोड़ा अभिमन्यु पहले, सुप्रतापसिंह का घोड़ा काजल दूसरे व गोरधनसिंह का घोड़ा शनि तीसरे स्थान पर रहा। निर्णायक जयसिंह राठौड़, दुर्गाराम कुमावत, डॉ.नथाराम चौधरी व श्रवणसिंह थे। इसमें पहले उपखण्ड अधिकारी सी.आर.देवासी, अतिरिक्त पुलिस उपनिरीक्षक चिरंजीलाल मीणा, तहसीलदार गोकूलराम प्रजापत भी उपस्थित थे।
घुड़ दौड़ प्रतियोगिता में लम्बी रेस में दलपतसिंह का घोड़ा अभिमन्यु पहले, सुप्रतापसिंह का घोड़ा काजल दूसरे व गोरधनसिंह का घोड़ा शनि तीसरे स्थान पर रहा। निर्णायक जयसिंह राठौड़, दुर्गाराम कुमावत, डॉ.नथाराम चौधरी व श्रवणसिंह थे। इसमें पहले उपखण्ड अधिकारी सी.आर.देवासी, अतिरिक्त पुलिस उपनिरीक्षक चिरंजीलाल मीणा, तहसीलदार गोकूलराम प्रजापत भी उपस्थित थे।