Tuesday, January 06, 2009

विद्यार्थी मित्रों का कार्यकाल सत्रांत तक करने की मांग
देसूरी,6 जनवरी। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय उपशाखा अध्यक्ष अल्लारक खां पठान ने विद्यार्थी मित्रों का कार्यकाल आगामी 28 फरवरी को समाप्त करने की बजाय सत्रांत तक करने की मांग की हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री,शिक्षा मंत्री सहित शिक्षा विभाग के आला अफसरों को लिखे पत्र में बताया कि प्राथमिक स्तर के कई सरकारी विद्यालयों में इकलौते अध्यापक व उच्च प्राथमिक स्तर के विद्यालयों में मात्र दो अथवा तीन अध्यापक ही कार्यरत हैं। जिससे इन विद्यालयों में छात्रों की संख्या के अनुपात व कक्षाओं की संख्या के अनुरूप अध्यापन नहीं हो पा रहा हैं। इसके अतिरिक्त इन अध्यापकों को बी.एल.ओ.,मीड़ डे मिल,निर्माण कार्य,संस्थापन के अतिरिक्त कई अन्य कार्यो का दायित्व भी पूरा करना पड़ता हैं। फलस्वरूप अध्यापकों को पाठ्यक्रम पूरा करने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ता हैं और इससे अध्यापन की गुणवत्ता भी प्रभावित होती हैं। उन्होंने बताया कि विद्यार्थी मित्रों को आगामी फरवरी माह के अंत तक इन विद्यालयों से कार्यमुक्त कर दिया जाएगा। जबकि इन विद्यालयों में इनके पद रिक्त होते ही इन विद्यालयों में कार्यरत अध्यापकों का कार्यभार भी बढ़ जाएगा और बाद में इन्हें लोकसभा चुनाव में भी योगदान करना पड़ेगा। उन्होंने शिक्षकों की कमी और कार्यरत शिक्षकों पर पडऩे वाले इस अनावश्यक दबाव को हल्का करने के लिए ऐसे विद्यालयों में कार्यरत विद्यार्थी मित्रों का कार्यकाल पूरे सत्र तक करने की मांग की हैं।