देसूरी,27 मार्च। यहां तेजलाव इलाके में स्थित अम्बा माता गुफा मंदिर एवं संतोष माता मंदिर पर वरघोडे के साथ नवरात्रि महोत्सव शुरू हो गया। महोत्सव का शुभारंभ शुक्रवार को प्रात: घट स्थापना के साथ हुआ। बाद में मंदिर से वरघोड़ा प्रांरभ हुआ। सबसे आगे बैंड के भजनों पर झूमते युवक-युवतियां चल रहे थे। पिछे सिर पर कलश धारण किए बालिकाएं,ढ़ोल-बाजे के साथ लॉरी पर ज्योति व अम्बामाता के चित्र से सजा रथ था। ज्योत के साथ ट्रस्ट अध्यक्ष गोविंदसिंह राठौड़ सहित पदाधिकारी व चांदराई से संघ लेकर पहूॅंचे भक्तगण चल रहे थे। रथ पर चांदराई के भक्तराज रूपाराम व संत लक्ष्मणदास बिराजमान थे। वरघोडें के साथ चल रहे एक ट्रैक्टर ट्रॉली से गुलाल फैंकी जा रही थी। दूसरे में महिला मंडली भजन गा रही थी। अन्य ट्रैक्टर ट्रॉलीयों में लक्ष्मीजी,खेतलाजी,संतोषी माता की तस्वीरें सजी थी। शेष ट्रैक्टर ट्रॉली झांकी सजे हुए बच्चे व आदिवासी युवतियां नजर आए। बीच पिने के पानी के इंतजाम के रूप में एक टैंकर भी था। वरघोड़ा बस स्टेंड होते हुए नीचला बाजार,ऊपरला बाजार,अस्पताल,किला,कचहरी होते हुए पुन: बस स्टेंड होकर गंतव्य को लौट गया। जहां प्रसाद वितरण किया गया। इसी के साथ नवरात्रि महोत्सव प्रांरभ हो गया। पंडित कमला प्रसाद के नेतृत्व में नौ दिन तक चलने वाला शतचण्डी पाठ शुरू हो गया। सांय ढ़लते ही महोत्सव स्थल पर श्रद्धालुओं की भीड़ बढऩे लगी। श्रद्धालु अम्बामाता,संतोषी माता इत्यादि एकएक कर सभी मंदिरों में पूजा-अर्चना करते और बाद में भजन संध्या पांडाल में शामिल हो जाते। रात ढ़लने के साथ ही यहां सजाई गई रोशनी का आकर्षण का केन्द्र बन गई। पूरे महोत्सव परिसर को जोरदार सजाया गया हैं। इस दौरान अम्बा माता,संतोषी माता,खेतलाजी की आरती,हार एवं प्रसादी के चढ़ावे की बोलियां लगने के साथ ही आरती शुरू हो गई। तत्पश्चात कस्बे की सैंकड़ो बालिकाओं ने गरबा नृत्य प्रस्तुत किया। इसी के साथ सांस्कृतिक एवं भजन संध्या का आगाज हो गया। यहां महोत्सव के समापन तक प्रति रात्रि सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं गरबा नृत्य आयोजित किया जाएगा।