Tuesday, March 31, 2009

भगवानसिंह जैतावत गोडवाडश्री चुने गए

देसूरी,28 मार्च। पश्चिमी राजस्थान के प्रमुख आस्था एवं पर्यटन स्थल सोनाणा खेतलाजी में आयोजित प्रथम़ त्रिदिवसीय गोडवाड़ महोत्सव शनिवार को हजारों श्रद्घालु पर्यटकों की उपस्थिति में गरिमामय पूर्ण तरीके से सम्पन्न हो गया। मेले में जिले के भैसाणा गांव के भगवानसिंह जैतावत गोडवाडश्री चुने गये ।
समापन समारोह के अवसर पर आयोजित घुड सवारी, साफा बन्धन एवं अश्व नृत्य प्रतियोगिताए पर्यटकों का आकर्षण का केन्द्र रही। सोनाणा खेतलाजी मेले के अवसर पर प्रात: जोधपुर संभाग के विभिन्न जिलो के साथ गुजरात प्रान्त से आई करीब डेढ सौ गैर नृत्य दलों ने सोनाणा खेतलाजी मन्दिर के समक्ष नृत्य प्रस्तुत कर अपनी श्रद्वा प्रकट की। इस अवसर पर करीब एक लाख श्रद्वालुओं ने लोक देवता सोनाणा खेतलाजी के दर्शन किये।
सोनाणा खेतलाजी तीर्थ स्थल परिसर में आयोजित गोडवाड महोत्सव के समापन समारोह में गोडवाड़ श्री चयन प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें भगवानसिंह गोडवाड़ श्री के रूप में चयनित हुये। प्रशासन एकादश: व देशी पर्यटकों के मध्य रस्सा कस्सी प्रतियोगिता में पर्यटक विजयी रहे। इस अवसर पर आयोजित अश्व नृत्य प्रतियोगिता सभी के आकर्षण का केन्द्र रही। ढोल की थाप पर घोड़ों के सधे हुये पेरोंं में बन्धें हुये घुघरू की लय ने सभी को मदमस्त कर दिया। चारपाई व लकडें के पाट पर घोडों द्वारा किया गया नृत्य भी आकर्षण का केन्द्र रहा। इस प्रतियोगिता में करण घोडा प्रथम, राजू द्वितीय व साई बाबा घोडा तृतीय स्थान पर रहा। साफा बन्धन प्रतियोगिता में पिलोवनी के जयदेव सिंह ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। गोडवाड महोत्सव के अवसर पर आयोजित आलेख व फोटो प्रतियोगिता के साथ विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान पर रहे विजेयताओं को नगद पुरस्कार व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कल्याणमल मीणा, उपखण्ड अधिकारी मांगू सिंह चौहान, उप अधीक्षक पुलिस मोहनलाल खिन्नीवाल, सोनाणा खेतलाजी ट्रस्ट के अध्यक्ष गणपतसिंह ने पुरस्कार वितरित किये। समारोह में कई गणमान्य नागरिक व अधिकारी उपस्थित थें।