देसूरी,5 जनवरी। क्षेत्र में जलापूर्ति का अन्तराल बढक़र 96 घंटे हो जाने के बाद अब प्रशासन इसे घटाने की कवायद में जुट गया हैं। इसी के साथ क्षेत्र के गंभीर पेयजल संकट वाले पांच ग्राम चिन्हित किए गए। इन ग्रामों मेें टैंकरों से पानी परिवहन किया जाएगा।
सेलीनाल बांध का पानी खंूट जाने,घोड़ाधड़ा बांध पर अचानक ट्रांसफार्मर खराब होने व कुओं का पानी गहरा जाने से जलापूर्ति लडखड़ा जाने के बाद प्रशासन ने देसूरी सहित आसपास के कस्बों में जलापूर्ति का अन्तराल बढ़ गया हैं। इसे देखते हुए प्रशासन ने घाणेराव कस्बे मेें टैंकरों के जरिए पानी परिवहन करने की योजना तय की हैं। अभी तक घाणेराव में देसूरी से जलापूर्ति की जा रही हैं। घाणेराव में टैकंरों से पानी भेजने से घोड़ाधड़ा बांध का पानी देसूरी,नारलाई व नाड़ोल के लिए बच जाएगा। इससे जलापूर्ति का अन्तराल घटकर 72 घंटे पर आ जाएगा। लेकिन इस सारी कवायद में दस दिन का समय लग जाएगा। टैंकरों की व्यवस्था 15 फरवरी से ही हो पाएगी।
पिछले दिनों जिला कलेक्टर भी पेयजल संकट की स्थिति देखने आए थे और उनका सारा जोर जलापूर्ति का अन्तराल 72 घंटे से अधिक न होने पर था। इसके बावजूद परिस्थितियां प्रतिकूल होने से स्थिति बिगड़ गई। प्रशासन ने क्षेत्र में पेयजल संकट से निपटने के लिए उपजिला कलेक्टर की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया हैं। जिसमें अधिशासी अभियंता सदस्य सचिव होगें। जबकि तहसीलदार व उप कोषाधिकारी इसके सदस्य होगें।
इसी के साथ प्रशासन ने क्षेत्र में गंभीर पेयजल संकट वाले ग्रामों को भी चिन्हित किया हैं। इनमें घाणेराव,करणवा,नया गांव गुड़ा अखेराज व गुड़ा जैतावतान को शामिल किया गया हैं। इन ग्रामों में पेयजल परिवहन किया जाएगा।
क्या कहते हैं सहायक अभियंता-
जलापूर्ति में आया अंतराल घटाने के लिए सारे प्रयास किए जा रहे हैं। आगामी दिनों 72 घंटे के अन्तराल से ही पेयजल आपूर्ति होगा।-के.सी.सिंगाडिय़ा,सहायक अभियंता,जनस्वास्थ्य अभियांत्रिक विभाग सादड़ी उपखंड
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment